घनश्याम यादव
बीजापुर बस्तर के माटी
08/07/2023
विधायक प्रतिनिधि, ज़िला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष और सरपंच संघ के ज़िला अध्यक्ष जगबंधु माँझी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि भाजपा और महेश गागड़ा के पास कोई भी मुद्दा नहीं है इसलिए महेश गागड़ा बिना किसी तथ्यों और बिना किसी आधार के रायपुर में रहकर बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी पर कुछ भी बेतुके आरोप लगा देते है जिससे की वे मीडिया में बने रहे महेश गागड़ा के आरोपों का सच्चाई से कोई वास्ता नहीं होता है। आदिवासियों और सरपंचों को लेकर बार बार झूठा प्रचार करने वाले महेश गागड़ा को माफ़ी माँगते हुए उन्हें अपने कार्यकाल को याद करना चाहिए कि किस तरह से जिले के सरपंचों सहित जिले के आम नागरिक फ़ाइलों को लेकर रायपुर तक घुमा करते थे और लोगों को इसके लिए आर्थिक, मानसिक और शारीरिक नुक़सान का ख़ामियाज़ा होता था इसमें आदिवासी वर्ग के लोग ही सबसे अधिक पीड़ित होते थे लेकिन काम कुछ भी नहीं होता था। महेश गागड़ा के सत्ता में रहने के दौरान सबसे अधिक आदिवासी वर्ग ही पीड़ित था। जगबंधु माँझी ने अपने विज्ञप्ति में कहा कि महेश गागड़ा के सत्ता में रहने के दौरान ही स्कूल, अस्पताल, राशन दुकान, पीने का पानी, सड़क, बिजली जैसे मूलभूत सुविधाओं से आदिवासियों को वंचित रखा गया था और जिले में 300 से अधिक स्कूल बंद हुए थे। इसके लिए महेश गागड़ा को आदिवासियों माफ़ी माँगनी चाहिए।
माँझी ने अपने विज्ञप्ति में आगे कहा कि जब से प्रदेश में मुखम्मत्री भूपेश बघेल जी के नेतृत्व कांग्रेस की सरकार बनी है तब से आदिवासी क्षेत्रों में स्कूल, अस्पताल, राशन दुकान, पीने का पानी, सड़क, बिजली जैसे मूलभूत सुविधाओं का विस्तार हुआ है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि हर ग्राम पंचायत में ग्रामीणों की माँग के अनुरूप माता गुडी और देव गुड़ियों का निर्माण हो रहा है। जिले में लगातार हो रहे विकास कार्यों से परेशान और हताश होकर महेश गागड़ा सरकार और बीजापुर के लोकप्रिय विधायक विक्रम मंडावी को बदनाम करने में लगे हुए है लेकिन महेश गागड़ा और भाजपा को असफलता ही हाथ लगेगी। आने वाले विधान सभा चुनाव में एक बार फिर कांग्रेस पार्टी बीजापुर में जीत का परचम लहराएगी।
महेश गागड़ा अपने कार्यकाल में झांके- जगबंधु माँझी
आदिवासियों और सरपंचों का अपमान करने वाले महेश गागड़ा माफ़ी माँगे- जगबंधु माँझी
Facebook
Twitter
WhatsApp
Reddit
Telegram
Weather Forecast
पंचांग
Powered by Astro-Vision