बीजापुर बस्तर के माटी/जिले के भोपालपटनम तहसील में राजस्व भूमि की फर्जी तरीके से पट्टा बनवाना और जमीन की हेरा फेरी करना आम बात हो गई है। लेकिन आदिवासी की जमीन को हथियाने का मामला प्रकाश में आ रहा है।भोपालपटनम के खसरा नंबर 307/2 की राजस्व भूमि अनुसूचित जनजाति (गोंड) व्यक्ति किशन पिता बाजीराव मंडावी की राजस्व भूमि में गैर आदिवासियों का कब्जा समझ से परे है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उक्त राजस्व भूमि पूर्व में भूमि स्वामी महाराष्ट्र के चंद्रपुर का निवासी बताया जा रहा है यह भूमि पूर्व में सत्यवती आत्रम पति रविंद्र राव निवासी ग्राम अहेरी महाराष्ट्र के नाम से था वर्तमान में उक्त आदिवासी के भूमि पर तीन गैर आदिवासी परिवार निवासरत है इस भूमि की कुल रकबा 25 डिसमल बताई जा रही है अब यह सवाल खड़ा होता है कि आखिर इन तीनों गैर आदिवासियों के द्वारा किस तरह आदिवासी जमीन पर कब्जा कर अपना ठिकाना बना लिया जांच का विषय है।
सूत्रों से यह भी ज्ञात हुआ कि आदिवासी जमीन की खरीदी पर रोक को लेकर गैर आदिवासियों ने जमीन को लीज पर लिया गया है ताकि किसी भी कानूनी कार्रवाई से बचा जा सके।