अजीत यादव संपादक मो.9755116815
रायपुर बस्तर के माटी -जिले का शिक्षा विभाग भ्रष्टाचार का गढ़ बनते जा रहा है, कुछ समय पहले रायपुर के शिक्षा संचालक और धरसीवां बी ईओ को पदोन्नति में स्थानांतरण पर भारी लेनदेन के आरोप में निलंबित किया गया था।
उसी तरह के भ्रष्टाचार की पुनरावृत्ति करनें का दुस्साहस पुनः शिक्षा विभाग के अधिकारी करने का प्रयास कर रहे हैं। आचार संहिता पुरे छत्तीसगढ़ में लागू हो गया है पर अभी भी शिक्षक एल बी पदोन्नति के नामपर शिक्षकों को धरसीवां बी ई ओ आफिस बुलाया जा रहा ,लेटर निकाले जा रहे हैं। बहुत से अपात्र शिक्षक जो पदोन्नति में बहुत पीछे हैं उनसे लेनदेन कर उनका नाम पदोन्नति सुची में कुछ को जोड़ दिये हैं कुछ को नाम जोड़नें का आश्वासन दिया जा रहा है। आज की तारीख में धरसीवां स्थित शिक्षा विभाग का आफिस पदोन्नति दिलानें वाले दलाल और पानें के इच्छुक शिक्षकों की संख्या देखकर अनुमान लगा सकते हैं की अधिकारीयों को चुनाव आयोग का कोई डर नहीं है।
आम भोलेभाले शिक्षकों से पदोन्नति के नाम पर वसुली करना और जो वरिष्ठता क्रम में बहुत पीछे हैं उनका नाम सामने लाकर जो पदोन्नति के असली हकदार हैं
इस सब खेल के पीछे एक अधिकारी का नाम हर व्यक्ति के जुंबा पर है और वो है धरसीवां सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी प्रदीप शर्मा, जिनका खुद का निजी स्कुल है जिसमें इनकी पत्नी स्कुल का संचालन करती है और ये स्वयं शिवांस इंटरनेशनल स्कुल के चेयरमेन है। एक सरकारी अधिकारी का इस तरह निजी स्कुल चलाना नियम के विपरित है इन पर उचित कार्यवाही किया जाय
रायपुर शहर के शिक्षा विभाग में प्रदीप शर्मा धरसीवां आफिस में एक ही पद पर 15वषोँ से जमे हुए हैं। ये हमेशा सत्ताधारी दल को लाभ पहुंचाने का काम करते हैं और इस चुनावी वर्ष में फिर वही काम कर रहे हैं। पदोन्नति लिस्ट में किसका नाम जोड़ना है हटाना है ये तय करना प्रदीप शर्मा का काम है। अभी चुनाव में अपनें पद का दूरुपयोग करते हुए सत्ताधारी पार्टी को ही लाभ पहुंचायेंगे क्योंकि उस विधानसभा में अधिकारी के पद पर हैं जहां पर इनका निवास स्थान भी है।
निष्पक्ष चुनाव के लिए इस अधिकारी को धरसीवां सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी के पद से हटाकर तत्काल दूसरी जगह पदस्थ किया जाय एवं पदोन्नति लिस्ट के नाम पर जो अवैध वसूली चल रहा उस पर उचित कार्यवाही किया जाय जिससे पदोन्नति के योग्य शिक्षक अपनें अधिकार से वंचित ना हो।